(विवाह की ३२वी वर्षगाँठ इंदौर/भोपाल में अलग अलग मनाते हुए, सप्रेम)

 

दूरियां जब दरमयाँ होती हैं

तुम यहां हम वहाँ लेकिन

अहसास क़रीबियाँ होती हैं

 

आया वह, फिर चला गया

गुज़रे हुए साल के किस्से देकर

मनाया उसे तुमने भी, मैंने भी

अगले साल की उम्मीदें लेकर

एक बार फिर वही दिन जून का

 

 

साल तो आते हैं, जाते रहेंगे

 हैं सिर्फ ये दूरियों के पत्थर

हम कब दूर थे, कब दूर हैं

चिरकाल तक साथ हमारा है सफर

 

बधाइयाँ और स्नेह !

 

 

(जुलाई १, २०१७ इंदौर वायुस्थल)

Damini Ki Amanat - A Ray of Hope in the Brutal Tragedy.

‘निर्भया’, ‘दामिनी’ आदि नामों से जाने वाली उस युवती को समर्पित जिसकी कठोर हृदयाघात करने वाली, करुणा-पूर्ण कथा ने भारत की अंतरात्मा को झकझोर कर रख दिया था ।

– मुकुल सरन.  ९ जुलाई २०१७    

गृह प्रवेश के शुभ अवसर पर माता पिता के आशीर्वचन|

घर की भव्यता उसमें रहने वाले परिवार में परस्पर प्रेम, अतिथि सत्कार, धर्म-पारायण व्यवहार , लोक-कल्याण में तत्परता आदि सद-गुणों की ही प्रतिबिंब होती है |

Shoonya Aur Anant

ऑस्टिन से कुछ ही दूर एक गाँव के समीप एक विशाल सरोवर में लहरों की कलकल के बीच, शीतल पवन के प्रवाह के साथ, गगन में विस्तृत आकाश गंगा की मनोरम छवि से प्रेरित कुछ भाव.

 

एक १९ वर्षीय ग्रामीण युवती के साथ २०२० में हुए एक नृशंस दुष्कृत्य का यह प्रकरण आज के समाज की विक्षिप्त मनोस्तिथि का अत्यंत वेदना पूर्ण लक्षण है |

 

वह द्वन्द-पूर्ण मन:स्थिति जब वृद्ध माता-पिता को अकेला छोड़ कर लौट जाने की विवशता और उनकी अधिकाधिक सेवा करने के कर्त्तव्य के बीच का द्वन्द विवशता के पक्ष में निर्णायक रूप लेता है|
That torn feeling of leaving ageing parents alone again after spending a short few weeks with them, as they begin a wait for the next visit